जाने , ITI Electrician
क्या है ? कहां से करनी चाहिए ?
इसे करने के क्या क्या फायदे है ?
कहाँ -कहाँ नौकरी मिलती है ?
कितनी सैलरी मिलती है ?
कौन सा कोर्स करें आईटीआई के बाद ?
दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद, लगभग सभी छात्रों के मन में अनेक सवाल उठने लगते हैं, कि अपने करियर को बेहतर कैसे बनाया जाए? डिप्लोमा या इन करके एक अच्छी सी डिग्री पाने की इच्छा हर विद्यार्थी के मन मे जरूर होती है। बहुत से छात्र दसवीं परीक्षा पास करने के बाद साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स विषय को चुनते हैं और उसी क्षेत्र में अपना कैरियर को आगे बढ़ाते हैं, परंतु कई कारणों से यह सभी छात्रों के लिए संभव नही हो पाता है।
ऐसा व्यक्ति जो अलग अलग मशीनी कलपुर्जे, इंजन अथवा कोई अन्य यंत्रो को बनाता है उसे फिटर बोला जाता है। अन्य शब्दों में कहें तो जो व्यक्ति मशीनी उपकरणों को असेम्बल करता है उसे फिटर कहते हैं। CTS के अंतर्गत फिटर सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में से एक है।
शैक्षणिक योग्यता (कितना पढ़ा लिखा होना चाहिए) :
चुने गए ट्रेड के आधार पर ट्रेडों के लिए शैक्षणिक योग्यता आठवीं कक्षा से बारहवीं कक्षा पास होती है। शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में दस वर्ष की छूट दी गयी है और एडमिशन की अधिकतम आयु 35 वर्ष रखी गयी है।
इलेक्ट्रीशियन कोर्स में एडमिशन के लिये आपका दसवीं में पास होना आवश्यक है। इसके अलावा दसवीं में आपके पास विज्ञान और गणित विषय होना चाहिए।
ITI Electrician - सिलेबस/पाठ्यक्रम-क्या पढ़ाया जाता है ?
इलेक्ट्रीशियन कोर्स के पाठ्यक्रम को दो भागों में बांटा गया है –
- ट्रेड थ्योरी
- ट्रेड प्रक्टिकल
ट्रेड थ्योरी में इलेक्ट्रीशियन के काम से संबंधित कौशल और ज्ञान के बारे में बताया जाता है। जबकि प्रक्टिकल वाले भाग में उसी काम को प्रैक्टिकली करके दिखाया और सिखाया जाता है।हालांकि इस कोर्स में प्रैक्टिकल वाले भाग पर ज्यादा जोर दिया जाता है।
**पाठ्यक्रम की सम्पूर्ण जानकारी के लिए मेरी ITI में सिलेबस वाले भाग को क्लिक करें।
ITI Electrician कोर्स की अवधि और फीस :
आईटीआई के सारे कोर्स पूरा करने में लगने वाला समय छह महीने से लेकर दो साल तक का हो सकता है। यह लगने वाला समय भी किस टाइप का कोर्स है, उसपर निर्भर करता है। इलेक्ट्रीशियन कोर्स को पूरा करने की अवधि दो वर्षों की होती है।
आईटीआई कोर्स पूरा करने में कितना खर्चा आएगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपकी स्टेट और आपकी ट्रेड कौन सी है। अधिकतर राज्यों में आईटीआई के कोर्स में आने वाला कुल खर्चा इंजीनियरिंग कोर्स के मुकाबले काफी कम होता है।सामान्यतः सरकारी कॉलेजों की फीस दो हज़ार से लेकर 10 हज़ार प्रति वर्ष होती है।प्राइवेट कॉलेजों में यही खर्च 15 हज़ार प्रति वर्ष से लेकर 40 हज़ार प्रति वर्ष तक हो सकती है।
अगर आप सरकारी कॉलेज में रहें है तो आपको जाति के आधार पर फीस में छूट मिल सकती है।
ITI इलेक्ट्रीशियन के अध्यायवार प्रश्न के लिए
जॉब प्रोफाइल ( क्या क्या कर सकते है ) व जिम्मेदारियाँ :
एक आईटीआई कोर्स करने वाले व्यक्ति का काम विविधताओं से भरा होता है। हरेक ट्रेड में आपको अलग-अलग तरह की जिम्मेदारियाँ प्रदान की जाती है। हालांकि एक इलेक्ट्रीशियन ट्रेड वाले व्यक्ति को निम्नलिखित कार्य सौंपा जा सकता है –
- बिजली के मशीनरी उपकरण और फिटिंग्स को स्थापित, रखरखाव व मरम्मत करना।
- वायरिंग, जले हुए फ्यूज और खराब हिस्सों की मरम्मत करना या उन्हें बदलना।
- ट्रांसफार्मर, सर्किट ब्रेकर , स्विचगियर और अन्य बिजली के मशीनों को सही स्थान पर स्थापित करना।
- स्विचबोर्ड और अन्य बिजली के मशीनों के लिए कनेक्शन करना और सोल्डरिंग टर्मिनल बनाना।
- सर्किट डिज़ाइन और ब्लूप्रिंट को पढ़ना ।
- आप आर्मेचर वाइंडिंग, तार और केबल खिंचने और केबल जॉइन करने के लिए भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
ITI में चालू सरकारी भर्ती के लिए
ITI Electrician के बाद रोजगार के अवसर :
आईटीआई के बाद सभी फील्ड में जॉब के अवसरों की भरमार है। हमारे देश मे ही नही बल्कि विदेशों में भी आईटीआई पेशे वाले व्यक्ति की काफी डिमांड है। उनमें से कुछ महत्वपूर्ण नौकरियों की सूची इस प्रकार है-
- सार्वजनिक क्षेत्र (पब्लिक सेक्टर) , बहुराष्ट्रीय कंपनियां (MNCs), निजी क्षेत्र ( प्राइवेट सेक्टर ) और पीएसयू (BHEL, GAIL, SAIL, Railway,etc.) में रोजगार की काफी संभावना है
- आप विभिन्न राज्यों के बिजली बोर्ड विभाग में नौकरी कर सकते हैं।
- आप किसी बिल्डिंग या कंपनी में ठेकेदारी का काम ले सकते हैं।
- स्वरोज़गार के लिए लाइसेंस प्रमाण पत्र हासिल करके अपना खुद का व्यवसाय भी भी शुरु कर सकते हैं।
- भारत की तरह अन्य देशों में भी इलेक्ट्रीशियन की बहुत ज्यादा मांग है। अतः आप नौकरी के लिए विदेश भी जा सकते हैं।
ITI Electrician की सैलरी / वेतन :
हमारे देश में शुरूआत में किसी फ्रेशर आईटीआई पास आउट कैंडिडेट को एवरेज रु.10 हजार से 20 हजार तक प्रति माह सैलरी मिलती है जो समय और कार्य-अनुभव बढ़ने के साथ बढ़ती जाती है।
आईटीआई पास आउट कैंडिडेट्स अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन बढ़ाकर अर्थात ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करके और स्किल-सेट बढ़ाकर भी पहले से ज्यादा बेहतर सैलरी पैकेज प्राप्त कर सकते हैं।अपना पेशा शुरू करने पर ये आईटीआई पासआउट कैंडिडेट्स सालाना काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं।
कौन सा कोर्स करें आईटीआई के बाद ?
आईटीआई कोर्स पूरा करने के बाद अपने अनुभव और स्किल को बढ़ाना सभी छात्रों की पहली प्राथमिकता होती है। इससे उनमे कार्य शैली की विकास के साथ साथ ज्यादा वेतन प्राप्त करने के कई अवसर खुल जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर निम्न में किसी भी विकल्प को चुना जा सकता है-
- आइटीआई कोर्स कम्पलीट करने के बाद डिप्लोमा के लिए प्रीफेरेंस दी जाती है। लैटरल एंट्री के द्वारा आप सीधे डिप्लोमा के 2nd ईयर में एडमिशन ले सकते हैं।
- डिप्लोमा के बाद Tech कोर्स करने के लिए भी प्रीफेरेंस दी जाती है। लैटरल एंट्री के द्वारा आप सीधे B.Tech के 2nd ईयर में एडमिशन ले सकते हैं।
- आप विशेष शार्ट टर्म कोर्स भी जॉइन कर सकते हैं। यह आपकी कोर्स से सम्बंधित विशेषता हासिल करने में मददगार साबित होगा।
- आइटीआई के बाद आप CITS का कोर्स भी जॉइन कर सकते हैं, जिसके द्वारा आइटीआई कॉलेज में शिक्षक बनने के लिए प्रीफेरेंस दिया जाता है।
- सरकार द्वारा ” स्किल इंडिया ” के नाम पर चलाया जा रहा ” National apprentice programme ” में प्रशिक्षण पा सकते है। इसके बाद आपको कंपनी द्वारा अनुभव प्रमाण-पत्र भी दिया जाता है।